श्रीगणेश
सिद्धिविनायक
मंगलदायक
गणपति बप्पा मोरेया
देखो तो क्या हो रेया
बाधाएं सुख लूट रही हैं
आशाएं अब छूट रही हैं
नाकामी के चौराहे पर
दिल घबरा के रो रेया
अपना धीरज खो रेया
गणपति बप्पा मोरेया
लगती सूखी रेत जिंदगी
ये कर्मों का खेत जिंदगी
इसमें वो ही फसल कटेगी
आज जहां जो बो रेया
यही भरोसा हो रेया