
रुबाई: कोशिश:
करते हैं गर बहस आपसे हम कभी
उसका मतलब लड़ाई या झगड़ा नहीं
आप हमसे खफ़ा आपसे हम ख़फा
ये भी है इक वफ़ा जाने कितनी दफ़ा
रूठते हैं मनाते हैं मुस्काते हैं
इस तरह हम समझते हैं समझाते हैं
असलियत का सबक जिंदगी के लिए
एक दूजे की साझा खुषी के लिए
कहते हैं गर कभी बात कड़वी कोई
उसका मतलब लड़ाई या झगड़ा नहीं
ये मोहब्बत का इक लाजमी रंग है
उलझनों से निकलने का इक ढंग है
उलझनें प्यार करने न देंगी हमें
सच का इजहार करने न देंगी हमें
फ़लसफा ये समझने की कोशिश करो
लड़ के भी प्यार करने की कोशिश करो