गीत : मेरि जां :
को छै तू तू छै कां मन हेर्नो यां वां
जो छै तू तू छै जां तू ई छै मेरि जां
जब उठि जां तब नीन जै उंछी
जब से जां तब नीन नि उनी
नरै तेरी बेसुध कर दिंछि त
फेर मकैं के फाम नि रूनी
के है जां ये मन मां के लै पत्त नहां
जो छै तू तू छै जां तू ई छै मेरि जां
फूलौं मैं छ तेरी रंगत
तारौं मैं छ तेरी माया
ये हा्व मैं छ तेरी खुस्बू
पानी मैं छ तेरी छाया
जां लै चां तू छै वां कसि हैगे दुनियां
जो छै तू तू छै जां तू ई छै मेरि जां