गीत: मीठे बोल:
जब से उनको पता चले हैं
माने मीठे बोल के
बोल रहे हैं तब से ही
बातों में मिसरी घोल के
मीठी मीठी बातों से
आंतों की भूख नहीं मिटती
जितनी कीमत दो उतना
राशन मिलता है तोल के
यदि मजदूरी ही देनी हो
तो दिमाग से काम लें
यदि इनाम देना चाहें तो
दान करें दिल खोल के
कम लगती है मजदूरी
वाहे जितनी भी ज्यादा हो
पर इनाम कितना भी कम हो
ज्यादा लगे टटोल के