गीत: पूछो मत:
सचमुच था या ख्वाब
कि पूछो मत
गायब हुए जवाब
कि पूछो मत
भाव कल्पनाओं से
मिलने को
थे कितने बेताब
कि पूछो मत
आंखों ने आंखों को
घेर लिया
पकड़ी गई शराब
कि पूछो मत
एकाकार क्षितिज पर
अधर धरा
रक्तिम हुए गुलाब
कि पूछो मत
गीत: पूछो मत:
सचमुच था या ख्वाब
कि पूछो मत
गायब हुए जवाब
कि पूछो मत
भाव कल्पनाओं से
मिलने को
थे कितने बेताब
कि पूछो मत
आंखों ने आंखों को
घेर लिया
पकड़ी गई शराब
कि पूछो मत
एकाकार क्षितिज पर
अधर धरा
रक्तिम हुए गुलाब
कि पूछो मत