भजन: आस:
मन मैं एक आस लीबेर
पुरो बिसवास लीबेर
करन पुकार ऐ रयूं
मैया त्यर द्वार ऐ रयूं
जो लै त्वैथैं जि लै कंूछ
दिंछै तत्काल तू
ममता ले भक्तौं खन
कंर्छे मालामाल तू
महिमा की याद लीबेर
दिल मैं इराद लीबेर
आज एत्तनार ऐ रयूं
मैया त्यर द्वार ऐ रयूं
दिल नै लागनो मेरो
अब संसार मैं
भजि भुजि पुजि गयूं
त्यर दरबार मैं
हिरदै की धाद लीबेर
एक फरियाद लीबेर
आज घारौंधार ऐ रयूं
मैया त्यर द्वार ऐ रयूं