भजन: माठू माठू:
माठू माठू हौले हौले
भक्ती रस मैं डोलनै जा
यो छ उकाल झूमाधुरी को
मैया की जै बोलनै जा
सन्मार्ग मैं हिट्न्य साधक
कष्टूं कैं देखिबेर डरन नै
मैया का दरसन की धुन मैं
दुनिया की परवा करन नै
क्रोधक बंधन लोभाक बंधन
मोहाक बंधन खोलनै जा
यो छ उकाल झूमाधुरी को
मैया की जै बोलनै जा
जो औंछ येकी शरण मैं
वीपर दया कंर्छि मैया
जो लोंट्छ येका चरण मैं
वीपर कृपा कंर्छि मैया
दुख दूर कंर्छि उ भंडार भंर्छि उ
वांई को बाट टटोलनै जा
यो छ उकाल झूमाधुरी को
मैया की जै बोलनै जा