सिनेमा: सवाक् ऐतिहासिक:

savaak aitihasikसिनेमा: सवाक् ऐतिहासिक:

सवाक् फिल्मों के प्रारंभ होने के बाद 1931 में नूरजहां, आलमआरा; 1932 में वीर कुणाल, रोशन आरा; 1933 में विक्रम चरित्र, इंतकाम, रूपलेखा; 1934 में जहांआरा, मुमताज बेगम, वीरांगना पन्ना, चंद्रगुप्त, असंतसेना; 1935 में अनारकली, कत्लेआम, बीरबल की बेटी, खून का खून, बलिदान; 1936 में बाज बहादुर, चांद बीबी, बसंतसेना, ऐलान ए जंग, सईद ए हवस; 1937 में खान बहादुर, विद्यापति; 1938 में मीठा जहर, तलाक, राजकुमारी, विजय डंका; 1939 में रण संग्राम, गाजी सलाउद्दीन, पुकार, मुराद; 1940 में दीपक महल, रानी साहिबा आदि अनेक ऐतिहासिक फिल्में बनीं।

1941 में सिकंदर, ताजमहल, चित्रलेखा, शाहजादी, राजनर्तकी; 1943 में शहंशाह अकबर, पृथ्वी बल्लभ, दुहाई, राजा; 1944 में हुमायूं, शहंशाह बाबर; 1945 में वीर कुणाल, आम्रपाली, सम्राट चंद्रगुप्त विक्रमादित्य, पन्ना धाय, महाकवि कालिदास; 1946 में शाह ए जहां, मगधराज, शालीमार, एक दिन का सुल्तान, महारानी मीलनदेवी, राजपूतानी; 1947 में बहराम खां, महाराणा प्रताप, उमर खैयाम, सम्राट अशोक, चित्तौड़ विजय, शहजादी, वीरांगना; 1948 में महात्मा गांधी, अंजनगढ़, चंद्रलेखा, रंगमहल, राजमाला; 1949 रूप बसंत, रूपलेखा, निशान तथा 1950 में शीशमहल, राजमुकुट, मंगला, राजरानी आदि नामक ऐतिहासिक फिल्मों का निर्माण हुआ।

1951 में राजपूत, एक था राजा, शबिस्तान; 1952 में छत्रपति शिवाजी, महारानी झांसी, आन; 1953 में अनारकली, झांसी की रानी, जलियांवाला बाग की ज्योति, शहंशाह, राजमहल; 1954 में मलिका ए आलम नूरजहां, शहीद ए आजम भगत सिंह, चांदनी चैक, सल्तनत, बादशाह; 1955 में अदल ए जहांगीर, रामशास्त्री का न्याय, रतनगढ़, रुखसाना, दिल्ली दरबार, रियासत; 1956 में हलाकू, दुर्गेश नंदिनी, पन्ना, ढोलामारू, बादशाह सलामत, राजहठ, राजधानी, पटरानी; 1957 में चंगेज खां, अमर सिंह राठौर, राजा विक्रम, नौशेरवान ए आदिल, मुमताज महल, महारानी; 1958 में सम्राट चंद्रगुप्त, यहूदी, बागी सिपाही, राजप्रतिज्ञा, राजसिंहासन, राजतिलक; 1959 में रानी रूपमती, महाकवि कालिदास, सम्राट पृथ्वीराज चैहान, जय सिंह, टीपू सुल्तान, नवरंग तथा 1960 में बनीं वीर दुर्गादास, मुगल ए आजम, बाबर, लालकिला, कोहिनूर, रानी सारंगा, चंद्रमुखी आदि फिल्में प्रमुख रहीं।

1961 में स्त्री, सेनापति, महावत, वजीर ए आजम; 1962 में आल्हा उदल, राष्ट्रवीर शिवाजी, संगीत सम्राट तानसेन, बलिदान, राजनंदिनी; 1963 में ताजमहल, अमर सिंह राठौर, पृथ्वीराज चौहान, नवाब सिराजुद्दौला, राजमहल; 1964 में नूरजहां, जहांआरा, चित्रलेखा, बागी शाहजादा, राजकुमार, बागी; 1965 में महाराजा विक्रमादित्य, महारानी पद्मिनी, सिकंदर ए आजम, तीन सरदार; 1966 में आम्रपाली, सूरज, दिल दिया दर्द लिया; 1967 में नूरजहां तथा 1970 में महाराजा, धरती आदि के बाद ऐतिहासिक फिल्मों के निर्माण का सिलसिला टूट सा गया। 1973 में आलमआरा की बेटी, गोरा और काला; 1977 में शतरंज के खिलाड़ी; 1979 में मीरा, सिनेमा सिनेमा, जुनून; 1981 में क्रान्ति, 1982 में गांधी, 1983 में रजिया सुल्तान, 1985 में मर्द, 1992 में 1942 – ए लव स्टोरी, 1993 में सरदार, 1995 में तहलका, 1997 में सजा ए कालापानी नामक ऐतिहासिक फिल्में बनीं। क्रमशः

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Published by

Dr. Harishchandra Pathak

Retired Hindi Professor / Researcher / Author / Writer / Lyricist

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