लोकगीत : पर्यावरण गीत :
नी काटा नी काटा
झुपर्याली बांज
बंजानी धुरा ठण्डो पानी
ठण्डो पानी
ठण्डो पानी बांज
बंजानी धुरा ठण्डो पानी
यो दिन यो बार
मेरी उमर की बात
भुलुलो भुलुलो कूंछी
बांकी ऊँछी याद
नी काटा नी काटा
झुपर्याली बांज
बंजानी धुरा ठण्डो पानी
ठण्डो पानी
ठण्डो पानी बांज
बंजानी धुरा ठण्डो पानी