लोकगीत : कथा मूलक हुड़की बौल :
इनमें पौराणिक, ऐतिहासिक या सामाजिक कथाओं के
माघ्यम से कृषकों को श्रम हेतु प्रेरित किया जाता हैं –
ओ हो भरार बौज्यू ले
धाना बोया धाना
जाया जौंलिया ओ हो झक सुंदरा
झक सुंदरा धाना
जाया जौंलिया ओ हो ताल किनारा
धाना बोया धाना
जाया जौंलिया ओ हो
गाड़ की गोडाई लिजी
दस लगाया बौलिया
ओ हो धाना काटी ठीकै मापा
धाना काटी जौंलिया
ओ हो म्यर बौज्यू ले भात पकाया
धाना काटी जौंलिया . . . . .