
लोकगीत : निमन्त्रण मूलक हुड़की बौल :
इनमें देवताओं को न्योता दिया जाता
है कि वे
कृषकों तथा उनके कृषिकार्य के अनुकूल बने रहें –
ओ आब देबा बरदैणा है जाया ओ
भुम्याल देबो
ओ देबो स्योव दियौ बिद ओ भुम्याल
देबो
ओ आब देबा बरदैणा है जाया ओ
भुम्याल देबो
ओ देबा खोई को गनेस ओ हो गनेस देबा
ओ देबा मोरी को नरैंण ओ हो नरैंण देबा
ओ आब देबा बरदैणा है जाया ओ बासुकी नागा
ओ आब देबा बरदैणा है जाया ओ सरगा इंदर
ओ आब देबा बरदैणा है जाया बागेसर बागनाथा
ओ आब देबा तुमन चड़ूंलो रे सुना को कलस