
लोकगीत: दीपावली:
दीपावली के अवसर पर गाए जाने वाले गीत बहुत कम संख्या में उपलब्ध हैं। कुछ क्षेत्रों में लक्ष्मी पूजन की सांझ को ‘हुड़किया’ गायक द्वारा द्वार-द्वार पर जाकर गाया जाने वाला गीत सभी लोगों की समृद्धि की भावना व्यक्त करता है।
अमुसि को वारो भैइलो
गाइ को त्यारो भैइलो
घरमा दुवारी भैइलो घरमैं की खोली भैइलो
पैंसी की झोली भैइलो
इन त्यारा पैंसा
भैइलो हार्या नैं
तार्या भैइलो
पिपल धड़िया पाती
भैइलो राया की छाती भैइलो
राय रमाना भैइलो घी
खानीं कुमला भैइलो
कुमला ग्यंू रे भैइलो ठाकुर
ढ्यू रे भैइलो
हमरो ठाकुर भैइलो
हमीं क्या दिन्यां भैइलो
चिचिया पाठी भैइलो
लाखै की खानी भैइलो
हमरो षिस्या ले भैइलो
भरिया भनार भैइलो
सुनूं को संगार भैइलो
रूपि को दुवार भैइलो
पाण को पुरखो भैइलो
ज्यू जागि रया भैइलो
ज्यू जागि रया भैइलो खरक भैंसोली भैइलो
खोड़ की बाकरा भैइलो
थुम की बाछी भैइलो