गजल: क्या बताएं:
क्या बताएं क्या हुआ और क्या नहीं
धड़कनों को छेड़ना अच्छा नहीं
किस तरह कटते रहे जंगल यहां
चांद तारों में कोई चर्चा नहीं
दर्द से घुटती हुई आवाज में
गीत फूटा बोल रोने का नहीं
मर रहा है जिंदगी की आड़ में
आपने क्या आदमी देखा नहीं
गजल: क्या बताएं:
क्या बताएं क्या हुआ और क्या नहीं
धड़कनों को छेड़ना अच्छा नहीं
किस तरह कटते रहे जंगल यहां
चांद तारों में कोई चर्चा नहीं
दर्द से घुटती हुई आवाज में
गीत फूटा बोल रोने का नहीं
मर रहा है जिंदगी की आड़ में
आपने क्या आदमी देखा नहीं