युगल गीत: हरैगै:
किलै त्यर अॅंखा मैं है चाहत हरैगै
तु बंबइ के गै छै हकीगत हरैगै
किलै तेरि हंसनै कि आदत हरैगै
मि बंबइ के गयूं सराफत हरैगै
बस म भै रंछी तू घुमण मैं फिराण मैं
कभैं जीप मैं लै काईं औण जाण मैं
बजारा क बाट मैं मॅंदिरा क डान मैं
अघिल रौंछी तू ई लमालम हिटाण मैं
तु रेलम के भै छै नजाकत हरैगै
तु बंबइ के गै छै हकीगत हरैगै
दगड़िया देखण हूं अपणिया भेटण हूं
कै ई थैं बोलण हूं कै ई कैं सुनण हूं
कांई कै कि पुज मैं कांई कै क ब्या मैं
कसिक दिन बितीं लंच डीनर च्या मैं
एतुक दिन मैं तेरी महोबत हरैगै
मि बंबइ के गयूं सराफत हरैगै