गीत: हमर पहाड़:
यांक उचा निचा डाना गध्यार गाड़
कति भला लागनीं यो हमर पहाड़
काल किरमोड़ा प्यांल हिसालू
ललिया काफल हरिय चुर्यालू
आड़ू बेड़ू घिंघारू बोट रूख ठाड़
कति भला लागनीं यो हमर पहाड़
बांजा चीड़ा बन द्यारानी
ठण्डी हाव अर ठण्डो पानी
पस इसकूल लेकिन बजार टाड़
कति भला लागनीं यो हमर पहाड़
तलि है मलि तक नान ठुल गड़
सिड़ि जसि सोभा एक दगड़
कोई गोड़नौ काई त कोई टिपनौ झाड़
कति भला लागनीं यो हमर पहाड़
ढुंगै लाकड़ै कुड़ि कसि सुंदर
आंगन छत मैं नान ठुल पाथर
गोठ मली चाख कमरा क मली भाड़
कति भला लागनीं यो हमर पहाड़