लोकगीत : भाभी द्वारा विदाई :
आज विदा करो ननद विदा करो जलदी विदा करो
ए राजा जी कल से तो लगे है पड़वा लगे है शनि
झांझन तो गए हैं गढ़ावन को पायल मोलावन को
ए राजा जी अंगूठी तो दूंगी मैं आपनी
आज विदा करो…
खड़ुवे तो गए हैं गढ़ावन को पहुंची मोलावन को
ए राजा जी कंगना तो दूंगी मैं आपनो
आज विदा करो…
माला तो गई है गढ़ावन को तोड़ा मोलावन को
ए राजा जी कंठी तो दूंगी मैं आपनी
आज विदा करो…