भाषा: वाक्य:
व्याकरणिक दृष्टि से क्रिया सहित संगठित एकाधिक रूपों की
सार्थक इकाई को वाक्य कहते हैं। वाक्य के दो भाग होते हैंः
1. उद्देश्यः वाक्य के प्रथम भाग को उद्देश्य कहते हैं, जिसके
विषय में वाक्य के दूसरे भाग में कुछ सूचना दी जाती है।
वाक्य का उद्देश्य प्रायः कर्ता होता है, जिसके साथ उसका
विस्तार भी आ सकता है।
जैसेः गा्ड़ि निसि गै। सोर वालि गा्ड़ि निसि गै।
2. विधेयः वाक्य के दूसरे भाग को विधेय कहते हैं, जिसमें
वाक्य के प्रथम भाग के विषय में सूचना दी जाती है। वाक्य
का विधेय क्रिया होती है, जिसके साथ उसका विस्तार भी आ
सकता है।
जैसेः गा्ड़ि जान्नै। गा्ड़ि भौत तेज जान्नै।