लोकगीत : मायका :
मैया कहे बेटी नित उठि ऊणो
बाप कहे छट मास रे
भाई कहे बहिना काज परोसन
भाभी कहे क्या काम रे
काहे की छोड़ूं मैं ऐजन-पैजन
काहे की लंबी कोख
काहे की छोड़ूं मैं झिलमिल चादर
काहे की राम रसोई रे
बाबा की छोड़ूं मैं ऐजन-पैजन
मैया की लंबी कोख
भाई की छोड़ूं मैं झिलमिल चादर
भाभी की राम रसोई रे
बबा रोवत मेरे भीजे तलउवा
माई रोवत सागर ताल
भाई रोवत मेरी भीगे अंचलियां
भाभी कठोर स्वभाव रे ..