लोकगीत : निवेदन :
अरे-अरे लोको पंडित लोको सज्जन लोको
मेरी बेटी दुख जन दीया ए
दस धारी मैले दूध पिलायो
मेरी बेटी दुख जन दीया ए
दस तुंब मैले तेल चुबायो
मेरी बेटी दुख जन दीया ए
दस गठरी मैले कपड़ा मोलायो
मेरी धीया दुख जन दीया ए ..
लोकगीत : निवेदन :
अरे-अरे लोको पंडित लोको सज्जन लोको
मेरी बेटी दुख जन दीया ए
दस धारी मैले दूध पिलायो
मेरी बेटी दुख जन दीया ए
दस तुंब मैले तेल चुबायो
मेरी बेटी दुख जन दीया ए
दस गठरी मैले कपड़ा मोलायो
मेरी धीया दुख जन दीया ए ..