लोकगीत : सोहाग:
कहां उबजन लागो सोहाग बिडूला
कहां बरसन लागो सोहाग बिडूला
मेरे दादा जी के बाग में सोहाग बिडूला
मेरी दादी रानी सींचें भर गडु़वा
मेरे ताऊ जी के बाग में सोहाग बिडूला
मेरी ताई रानी सींचें भर गडु़वा
मेरे बाबा जी के बाग में सोहाग बिडूला
मेरी मैया रानी सींचें भर गडु़वा
मेरे चाचा जी के बाग में सोहाग बिडूला
मेरी चाची रानी सींचें भर गडु़वा
मेरे भैया जी के बाग में सोहाग बिडूला
मेरी भाभी रानी सींचें भर गडु़वा
जनकपुरी उबजन लागो सोहाग बिडूला
अवधपुरी बरसन लागो सोहाग बिडूला