भाषा : संयुक्त काल
एकाधिक क्रियारूपों वाले काल को संयुक्त काल कहा जाता है। इनकी रचना
उपर्युक्त रूपों तथा सहायक क्रिया के योग से होती है। इनके निम्नलिखित भेद हैंः
1. भविष्यः क्रिया के भविष्य में होने की सूचना देने वाले क्रिया रूप को भविष्यकाल
कहते हैं। कुमैयाँ में इसके रूप निम्नवत् मिलते हैंः
भविष्य एकवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष पढ़्नु पढ़्नु
मध्यम पुरुष पढ़्ले पढ़्ला
अन्य पुरुष पढ़्ला्े पढ़्ल
2. भूतः क्रिया के अतीत में होने की सूचना देने वाले क्रिया रूप को भूतकाल कहते हैं।
कुमैयाँ में इसके रूप निम्नवत् बनते हैंः
भूत एकवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष जान्नौ छ्यूँ जान्नौ छ्याँ
मध्यम पुरुष जान्नौ छ्ये जान्नौ छ्या
अन्य पुरुष जान्नौ छ्यो्जान्नौ छ्य
3. पूर्ण भूतः क्रिया के अतीत में पूर्ण रूप से होने की सूचना देने वाले क्रियारूप को पूर्ण
भूतकाल कहते हैं। कुमैयाँ में इसके रूप निम्नवत् पाए जाते हैंः
पूर्ण भूत एकवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष आ छ्यूँ आ छ्याँ
मध्यम पुरुष आ छ्ये आ छ्या
अन्य पुरुष आ छ्यो् आ छ्य
4. अपूर्ण भूतः क्रिया के अतीत में नियमित रूप से होने की सूचना देने वाले क्रियारूप
को अपूर्ण भूत कहते हैं। कुमैयाँ में इसके रूप निम्नवत् होते हैंः
अपूर्ण भूत एकवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष ऊँ छ्यूँ ऊँ छ्याँ
मध्यम पुरुष ऊँ छ्ये ऊँ छ्या
अन्य पुरुष ऊँ छ्यो ऊँ छ्य
5. पूर्ण वर्तमानः क्रिया के वर्तमान में पूर्ण होने की सूचना देने वाले क्रियारूप को पूर्ण
वर्तमान काल कहते हैं। कुमैयाँ में इसके रूप निम्नवत् उपलब्ध् हैंः
पूर्ण वर्तमान एकवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष आयौ छूँ आया छौं
मध्यम पुरुष आयौ छै आया छौ
उत्तम पुरुष आयौ छ आया छन
6. अपूर्ण वर्तमानः क्रिया के वर्तमान में होने की सूचना देने वाले क्रिया रूप को अपूर्ण
वर्तमान काल कहते हैं। कुमÕयाँ में इसके रूप निम्नवत् प्रचलित हैंः
अपूर्ण वर्तमान एकवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष जाँ छु जानूँ
मध्यम पुरुष जाँ छै जाँ छा
अन्य पुरुष जाँ छ जा्ना्न
उपयुक्त क्रिया रूपों में लिंग/वचन के अनुसार परिवर्तन हो जाते हैं। इसके
अतिरिक्त कर्तृवाचक कृदन्त तथा सहायक क्रिया के योग से उ जान्य छ अथवा आवश्यकता
बोधक चाहिए मिलाकर – उनूँ जान् चैंछ तथा सहायक क्रिया के विविध रूपों के साथ भी
संयुक्त काल बनते हैं, जैसेः मीले जा्न् छ या वी जा्न् छ्यो।