लोकगीत : गडुवे की धार :
हर हर कंप थर थर कंप
वो तो कम्पै है गडुवे की धार ए
हर हर कंप थर थर कंप
वो तो कम्पै है कूशै की डालि ए
हिय झन कंप बबज्यू मन झन कंप
वो तो कम्पै है गडुवे की धार ए
वो तो कम्पै है कूशै की डालि ए
हम कहां कम्पैं लाडु लड़ैती
वो तो कम्पै है गडुवे की धार ए
वो तो कम्पै है कूशै की डालि ए ..