लोकगीत : सांवरा वर :
बाबुल झूमर ऊपर बांधिया
बाबुल परद उघाडि़ वर देखिया
बाबुल हम गोरी वर सांवरो
बेटी मत कर मन को पछतावन
बेटी मत कर मन को चिंतावन
बेटी मथुरा कृष्ण ज्यू सांवरा
बेटी राधा गोरी कृष्ण सांवरा
बेटी मत कर मन को पछतावन
बेटी मत कर मन को चिंतावन
बेटी वर आयो है माघ की तुषार में
बेटी उस गुन वर तेरो सांवरो
बेटी मत कर मन को पछतावन
बेटी मत कर मन को चिंतावन
बेटी वर आयो है जेठ की धूप में
बेटी उस गुन वर तेरो सांवरो
बेटी मत कर मन को पछतावन
बेटी मत कर मन को चिंतावन