भाषा : क्रिया :
विभिन्न धातुओं से विविध क्रिया रूपों की रचना होती है। वाक्य में क्रिया
के एक अथवा एकााधिक रूपों का प्रयोग होता है। इन एकाधिक रूपों में
प्रायः मुख्य अर्थद्योतक अंश तथा बाद में गौण सहायक अंश प्रस्तुत होता है।
मुख्य अंश को मुख्य क्रिया तथा सहायक अंश को सहायक क्रिया कहते हैं।
सहायक क्रिया :
क्रिया पदबन्ध के गौण अंश को सहायक क्रिया कहते हैं। कुमैयाँ में प्रयुक्त
सहायक तथा अस्तित्वार्थी क्रिया छ और ह हैं, जिनके विभिन्न रूपों का
प्रयोग स्वतंत्र रूप से अकेले भी होता है और संयुक्त कालों की रचना में
ये मुख्य क्रिया के साथ सहायक क्रिया का कार्य करती हैं, जैसेः
उ को् छ?
क्वे बदमास त ना हन?
तु कि करन्नौ है?
उ झुटि कौन्नो छ्यो।