लोकगीत : बारात आगमन :
जबहि महाराजा देस में आए हो
कुंभन कलस भराए हो मथुरा के हो वासी
जबहि महाराजा गलियों में आए हो
गलियों में धूम मचाए हो मथुरा के हो वासी
जबहि महाराजा बगियों में आए हो
बगियों में धूम मचाए हो मथुरा के हो वासी
जबहि महाराजा अंगना में आए हो
अंगना में धूम मचाए हो मथुरा के हो वासी
गजमोती चौक पुराए कुंभन कलस भराए
संंख घण्ट सबद सुनाए ब्राह्मण वेद पढ़ाए
सुहागिनि मंगल गाए हो मथुरा के हो वासी
हलद की गांठि सिंदूर की डिबिया
रूक्मणी देवन आए हो मथुरा के हो वासी .