लोकगीत : होम :
बालो ए वैस्वानर मानूर
लियो बेदी वैस्वानर समिधा वैसेटी को होम
लियो बेदी वैस्वानर समिधा तील को होम
जौ को होम घृत को होम ए
बालो ए वैस्वानर मानूर
लियो बेदी वैस्वानर समिधा लाडू को होम
सुवालो को होम रोहिणी को होम
फूल दूबो को होम ए
बालो ए वैस्वानर मानूर
लियो बेदी वैस्वानर समिधा अक्षत को होम
रामीचंद्र ठोया-ठोया होम करला
लछीमन वेदांत का अगला होता ए
लछीमन ठोया-ठोया होम करला
लवकुस वेदांत का अगला होता ए ..