सिनेमा : कस्तो मजा :
सैफ अली खान और विद्या बालन के लिए शांतनु मोइत्रा के संगीत निर्देशन तथा
सोनू निगम व श्रेया घोषाल की आवाजों में मुखरित इस मीठे से गाने के अंतरे
में भी घर बसाने की तमन्ना का इजहार हुआ है, पर इसके मुखड़े में कोई
भड़काऊ आमंत्रण नहीं है। एक नाजुक सा सवाल है, वह भी जवाब के साथ –
ये हवाएं गुनगुनाएं पूछें तू है कहां
तू है फूलों में कलियों में
या मेरे खाबों की गलियों में
स्ंगीत में भाप के इंजन की चाल और सीटी का संतुलित समन्वय तब और भी
सुहाना हो जाता है, जब स्वानंद किरकिरे के इस गीत के मुखड़े और अंतरे के
बीच ट्रेन में बैठे छोटे छोटे बच्चे भी खुश होकर संभवतः नेपाली में गाने लगते हैं –
‘कस्तो मजा है रेलै मां’(यानी कितना मजा है रेल में)