भाषा 6. सार्वनामिक विशेषणः
सर्वनामों से बने विशेषणों को सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
इनका दो रूपों में प्रयोग होता है- मूल रूप में और संरचित रूप में।
मूल रूप में –
निश्चयवाचक सर्वनाम ः दूरवर्ती उ कुक्रो्
निश्चयवाचक सर्वनाम ः निकटवर्ती यो् बाक्रो
अनिश्चयवाचक सर्वनाम ः सजीव क्वे आद्मि
अनिश्चयवाचक सर्वनाम ः निर्जीव के चीज
प्रश्नवाचक सर्वनाम ः प्राणि को् मैंस
प्रश्नवाचक सर्वनाम ः अप्राणि कि बात
सम्बन्धवाचक सर्वनाम ः अप्राणि जि काम
संरचित रूप में –
इनकी गणना गुण बोधक तथा परिणाम बोधक विशेषणों के अन्तर्गत की जा चुकी हैः
निश्चयवाचक सर्वनाम ः दूरवर्ती उ-उति-उसो्
निश्चयवाचक सर्वनाम ः निकटवर्ती यो-ए्ति-ए्सो्
प्रश्नवाचक सर्वनाम ः प्राणि को-कति-कसो्
सम्बन्धवाचक सर्वनामः: – जो-जति-जसो्