भजन : प्रभु :
ओ प्रभु !
हम त्यर चरनौं की धूल
हम छौं नान है नान परमेस्वर
तुम छौ ठुल है ठूल
ओ प्रभु !
हम त्यर चरनौं की धूल
सागर है बादल अलगीनान
गाड़ है बिछड़ी गूल
हम मायाबस ठोकर खानूं
फिर लै करनूं भूल
गुरुऔं ले उपदेस सुनायो
तुम छौ स्रष्टि क मूल
हम पापी छौं दूर तुमूं है
जस्यैं जड़ है फूल
ओ प्रभु !
हम त्यर चरनौं की धूल