सिनेमा : एकता :
गौतम और गांधी के देश में एकता के साथ मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस
में समाज के सभी वर्गाें के लोग तन्मयता के साथ सम्मिलित होते हैं। भौतिक
प्रकार के बाहरी अंतर अर्थात् वेशभूषा, रहनसहन, खानपान की दृष्टि से भिन्न
होते हुए भी सबमें राष्ट्र के प्रति असीम निष्ठा एवं अगाध श्रद्धा दिखाई देती है।
विचार वैविध्य होते हुए भी भावात्मक एकता की अनुभूति होती है, जिसका
संबंध बुद्धि से नहीं अंतःकरण से होता है –
हम पहले भारतवासी
फिर हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई
नाम जुदा है तो क्या
भारत मां के सब बेटे हैं भाई
– आनंद बख्शी (फिल्म : आक्रमण)