विचार : रियायत :
एक ओर आधुनिक माॅल्स जिन्दगी की तमाम जरूरियात को पूरा करने के लिए जिन्सों की दरों में छूट
के साथ लुभावने आॅफर विज्ञापित करते हैं, तो दूसरी ओर नए-नए अस्पताल जिस्म की तरह तरह की
बीमारियों का इलाज करने के लिए दरों में रियायत के साथ विशेष शिविर भी आयोजित करने लगे हैं।
जो लोग उपर्युक्त माॅल्स का असली लुत्फ उठाते हैं, उन्हें ज्यादा पैसा कमाने की योग्यता प्रदान करने वाले
शिक्षा संस्थान अपने छात्रावासों की सुविधाएं भी विज्ञापित करते हैं। जिन घरों के वासी उपर्युक्त अस्पतालों
का फायदा उठाते हैं, उन घरों को भव्यता प्रदान करने वाले आधुनिक निर्माण संस्थान ऋण संबंधी सुविधाओं
के भी आकर्षक विज्ञापन छपवाते हैं।
बस स्टेण्ड के अतिरिक्त बस के बाहर खिड़कियों के नीचे तो रंगीन टाइप के बड़े विज्ञापन होते ही हैं, बसों के
भीतर भी शर्तिया इलाज की तर्ज पर छोटे विज्ञापन चिपके रहते हैं। रेलवे स्टेशनों के अलावा कुछ ट्रेनों में भी
ऐसे विज्ञापनों की झलक देखी जा सकती है। सड़क के किनारे वाले ढाबों तथा सार्वजनिक शंका निवारण स्थलों
जैसी अब ऐसी कोई भी जगह विज्ञापन विहीन नहीं रही,जहां आदमी की उपस्थिति की तनिक भी संभावना हो।