भाषा : विभक्ति :
वाक्य में प्रयुक्त शब्द या धातु में संयुक्त होकर उनके व्याकरणिक सम्बन्ध को प्रदर्शित करने वाले
रूपिमों को विभक्ति कहते हैं। जैसे- चेलो स्कूल जान्नौ और च्यल़ स्कूल जान्यान में संज्ञा तथा
क्रिया में संयुक्त विभक्तियाँ वचन का द्योतन कर रही हैं।
परसर्ग
इसी प्रकार संज्ञा या सर्वनाम के साथ प्रयुक्त होकर उनके कारक सम्बन्धों को प्रदर्शित करने वाले
रूपिमों को परसर्ग कहते हैं, जैसे- मी ले गीतू को् कान नै पकड़्यो् में ले तथा को सर्वनाम
मी और संज्ञा गीतू के कारकीय सम्बन्धों के परिचायक हैं।
उल्लेखनीय है कि कुमैयाँ में स्वन प्रक्रियात्मक दृष्टि से विभक्तियों से पूर्व त्वरित संक्रमण की स्थिति
पाई जाती है और परसर्गो से पूर्व प्रायः मंद संक्रमण का आभास होता है।