सिनेमा : धरती :
विश्व के प्रत्येक देश में विभिन्न प्रकार के राष्ट्रीय, सामाजिक, धार्मिक या अन्य प्रकार के त्यौहार मनाए जाते हैं।
इन त्यौहारों में राष्ट्रीय पर्वों का विशेष महत्व होता है, जिन्हें संपूर्ण राष्ट्र अपने देश के इतिहास की अविस्मरणीय घटना से उमंग बटोरकर हर्षोल्लास पूर्वक मनाता है। ये पर्व देशवासियों को राष्ट्र के प्रति उनके दायित्वों की याद दिलाते हैं और जन गण मन एक नए जोश के साथ राष्ट्र के भविष्य को और भी उज्ज्वल बनाने की प्रेरणा पाते
हुए उसके प्रति श्रद्धानत होते हैं –
उत्तर में रखवाली करता पर्वतराज विराट है
दक्षिण में चरणों को धोता सागर का सम्राट है
जमना जी के तट को देखो गंगा का ये घाट है
बाट बाट पे हाट हाट में यहां निराला ठाट है
देखो ये तस्वीरें अपने गौरव की अभिमान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है वलिदान की
– कवि प्रदीप (फ़िल्म : जागृति)