गीत :: चांद ::
चांद सी तुम
चांदनी सा घर तुम्हारा
इसलिए लगता
हसीन शहर तुम्हारा
देखते हैं सब
तुम्हें होकर दिवाने
ढूंढते हैं रोज
मिलने के बहाने
चाहते हैं लोग
जीने का सहारा
इसलिए प्यारा
सभी को दर तुम्हारा
गीत :: चांद ::
चांद सी तुम
चांदनी सा घर तुम्हारा
इसलिए लगता
हसीन शहर तुम्हारा
देखते हैं सब
तुम्हें होकर दिवाने
ढूंढते हैं रोज
मिलने के बहाने
चाहते हैं लोग
जीने का सहारा
इसलिए प्यारा
सभी को दर तुम्हारा