गजल : आ जाती :
गीत होता तो किसी साज की याद आ जाती
इस बहाने किसी आवाज की याद आ जाती
फूल होता तो उसे चूमती तितली कोई
इस बहाने किसी परवाज की याद आ जाती
पेड़ होता कोई तो कूकती उस पे कोयल
इस बहाने किसी हमराज की याद आ जाती
जंगलों में नहीं अब भीड़ में तनहाई है
इस बहाने किसी जाँबाज की याद आ जाती .. अधिक के लिए ‘DEVDAAR.COM’