यो पहाड़ौ क पानी बगन्नौ छ
कांई नदियौं मैं कांई नहरौं मैं
ठुलि गाड़ है ऐबेर पुजन्नौ छ
यां गांवों मैं वां सहरौं मैं
डान कान मैं जब लै पड़ंछ हियूं
जड़ि बूटि बनस्पति खनिज भिजूं
वीले पानी अमरित बनि जां
गाड़ौ मैं और गध्येरौं मैं
ये पानि मैं क्वे गनगी न मिला
बरबाद न कर नालि मैं न बगा
थ्वड़ भौते लापरवाही ले
जीवन जल बदलौं जहरौं मैं