परि का अर्थ होता है चारों ओर इसलिए पर्यावरण का मतलब होता है चारों ओर का आवरण, जिसमें प्रकृति के वे सभी तत्व आते हैं, जो प्राणिमात्र को जीवित एवं स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक माने जाते हैं। प्रकृति के उक्त तत्वों का एक निश्चित एवं संतुलित अनुपात होता है, जिसका निर्धारण भी प्राकृतिक रूप से स्वतः एवं सतत हुआ करता है। यदि किसी कारणवश इस अनुपात में असंतुलन उत्पन्न होता है, तो पर्यावरण प्रदूषित हो जाता है, जिसके परिणाम प्राणिमात्र के लिए घातक सिद्ध होते हैं।
अमरीका की राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी ने प्रदूषण का जो स्वरूप निर्धारित किया है, उसके अनुसार – प्रदूषण जल, वायु या भूमि के भौतिक, रासायनिक या जैविक गुणों में होने वाला कोई भी अवांछनीय परिवर्तन है, जिससे मनुष्य, औद्यौगिक प्रक्रियाओं या सांस्कृतिक तत्वों तथा प्राकृतिक संसाधनों को कोई हानि हो या होने की संभावना हो। प्रदूषण में वृद्धि का कारण मनुष्य द्वारा वस्तुओं के प्रयोग के बाद फेंक देने की प्रवृत्ति और मनुष्य की बढ़ी जनसंख्या के कारण आवश्यकताओं में वृद्धि है।
Aajkal Lohaghat me jagah jagah Dewdar ke pedo ko sukhaya ja raha hai.yaha tak ki s.d.m.court roadways k pass g.I.c.road mayawati road par sekdo ped sukha diye gaye.koi action aaj tak bhi hua nahi.aaj him paryawaran bachne ki baat kese kar sakte hain? Jara soche.
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