तुम भले ही
ये विश्वास कर लो
कि उजाला
अंधेरे का दुश्मन है
मगर मेरा दिल
कतई तैयार नहीं
अब इस बात पर
यकीन करने को
मेरे हिसाब से
ये दोनों
एक ही थैली के
चट्टे बट्टे हैं
इन्हीं की मिलीभगत से
रात और दिन
बारी बारी से
गद्दी पर बैठते हैं
एक समझौता है
इन दोनों के बीच
हम सबको भरमाने का
या बरगलाए रखने का
ये हमें
अलग अलग मानते हैं
और हम इन्हें
अलग अलग समझते हैं