कि कई जौ कि के कै बेर लगै फैद नाहन
और अब बिन कई रै बेर लगै फैद नाहन
जैक इ्रंसाफा तराजू मैं बाट हुंछ रिष्वत
वीक दरबार मैं जै बेर लगै फैद नाहन
बानरौ सुंगरौ को् राज चलन्नौ गौं मैं
गड़ा मैं साग लगै बेर लगै फैद नाहन
रात दिन कुड़ कबाड़ गंदगी मिलनै जै मैं
आज वी गंग मैं नै बेर लगै फैद नाहन