पतंग उड़ रहे आज इनू घर
दीपक जल रहे आज इनू घर
बधाई होवे सारी रात इनू घर
मंगल गावें सारी रात इनू घर
रामीचंद्र के घर, लछीमन के घर
बधाई होवे सारी रात इनू घर
मंगल गावें सारी रात इनू घर
सीता देही पेलेंगी तेल इनू घर
दीपक जल रहे आज इनू घर
पतंग उड़ रहे आज इनू घर