पूज्य संत के गांव में रहता था एक सांप
उसके फन को देखकर जाते थे सब कांप
जाते थे सब कांप चढ़ा बाबा का पारा
पानी लिया हाथ में मंत्र पढ़ा दे मारा
तुरत काठ हो गया पड़ा पानी भर चुल्लू
लोग उसे कहते अब बाबा जी का ठुल्लू
पूज्य संत के गांव में रहता था एक सांप
उसके फन को देखकर जाते थे सब कांप
जाते थे सब कांप चढ़ा बाबा का पारा
पानी लिया हाथ में मंत्र पढ़ा दे मारा
तुरत काठ हो गया पड़ा पानी भर चुल्लू
लोग उसे कहते अब बाबा जी का ठुल्लू