यह मंगल गीत प्रत्येक शुभ कार्य के प्रारंभ में गाया जाता है।
कार्य सिद्धि हेतु गाए जाने वाले इस गीत में राम लक्ष्मण सीता
की तरह परिजनों के नाम लेते हुए उनके अमरत्व की कामना की
जाती है।
शकुना दे, शकुना दे …….काज ए अति नीको सो रंगीलो
पाटल अंचली कमल को फूल ………सोही फूल मोलावंत
गणेश , रामीचंद्र, लछीमन, लवकुश …….जीवा जनम
आद्या अमरू होय। सोही पाटी पैरी रैना ..सिद्धि बुद्धि सीता
देही बहूरानी …आईवांती पुत्रवांती होय।