क्रमशः
जतिकैं उ बाकरि खड्यई छि उत्ती कुछ दिनन बाद एक सुनूं खाम निकलि अयो। येसि बात आज तक कैलै देखछी न सुणछि। लोग दूर दूर बै उकै देखण हुं उनेर भै। सेट लै चक्कर में पडि़ गे। एक दिन वीकि वी पैलि सैंणिलै स्वैंण में ऐ बेर सब बात उकैं बतै दि इन। दुसार दिनै सेटैलै यो डुगडुगि पिटवै दि कि जो लै यो सुनुं खाम कैं उपाडि़ द्योल वी कै दगाड़ा मैं आपणि चेलिक ब्या करि द्यूंल।
कतुक लोग दूर दूर बै ऐ पर कैकै कैल लै उ खाम हिलईण लै नैं। एक दिन एक भिकारि ल उ खाम उखाडि़ दि और सेटैल आपणि चेलिक ब्या वीकै दगाड़ा करि दि। पर उ त भिकारि निं छि, उत भिकारि क वेस में एक राजकुमार छि। जब उ चेलि राणि बणी त वील आपणि सौतेलि इज और बैंणि कै आपण महल में बुलै। आपणि सौतेलि बैंणिक ब्या लै एक राजकुमाराक दगाड़ा करि दि। सौतेलि मै आब उथैं माफि मांगण लागि पर वील योई कैः ‘‘तुम त मेरि इज छा। कैं चेलि लै इज कैं माफ करि सकैंछ। माफि त इजैले दिण चैंछ।’’
कूनीं कि आजि लै जब सौतेलि मै आपण सौत्यालन कैं मारण हंु दौड़नी त उ चेलि कि आत्मा सरग बै उनन थैं ‘‘हां, हां, योस निं करो’’ कून कूनैं उनर हाथ पकड़ण लागैं।।